- 23/8/2024
- Pujanmart
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शनि के स्वयं करने वाले उपाय
शनि ग्रह की स्थिति मजबूत करने के लिए बरगद के पेड़ की जड़ में दूध अर्पित करें और उस मिट्टी का तिलक लगाएं.
शनिवार के दिन काला सुरमा उल्टा करके धरती में गाड़ दें.
शनि की वक्र दृष्टि से बचने के लिए हनुमान जी की सेवा और प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
तिल, उड़द, लोहा, भैंस, तेल, काले कपड़े, काली गाय और जूते भी दान में देना चाहिए।
मांगने वाले को लोहे का चिमटा, तवा, अंगीठी दान में देना चाहिए।
जातक मस्तक पर तेल की बजाय दूध या दही का तिलक लगाया करें तो अति लाभदायक होगा।काले कुत्ते को रोटी खिलाना, पालना और उसकी सेवा करने से लाभ होगा।
मछलियों को दाना या चावल डालना लाभकारी होता है।
चावल या बादाम बहते पानी में डालने से लाभ होगा।
शराब, मांस और अंडे से सख्त परहेज करें।
मशीनरी और शनि संबंधित अन्य वस्तुओं से लाभ होगा।
प्रतिदिन कौअे को रोटी खिलाएं।
दांत, नाक और कान सदैव साफ रखें।अंधे, दिव्यांग, सेवकों और सफाईकर्मियों से अच्छा व्यवहार करें।
छाया पात्र दान करें यानि एक कटोरी या अन्य पात्र में सरसों का तेल लेकर अपना चेहरा देखकर यह मंत्र बोलकर “ शनिदेव टोटा कभी न आवे टोटा शनि की ले सत्तर बला टले” शनि मंदिर में अपने पापों की क्षमा मांगते हुए रख आएं। या शाम के समय किसी पीपल के पेड़ के निचे रख आयें
शनि गायत्री मंत्र का रोज 108 जप करें
ॐ शिरोरुपाय विद्मिहे मृत्युरुपाय धीमहि, तन्नो: सौरि: प्रचोदयात।।